दुनियाभर में देशों की अर्थव्यवस्था को चलाने में बैंकों का बड़ा योगदान होता है. यह किसी देश के प्राथमिक कर्जदाता होते है ...अधिक पढ़ें
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written by :Jai Thakur
हाइलाइट्स
एसेट के मामले में दुनिया के 4 सबसे बड़े बैंक चीन में हैं.पांचवे स्थान पर अमेरिका का जेपी मॉर्गन चेज़ है.भारत का कोई बैंक इस लिस्ट में शामिल नहीं है.
नई दिल्ली. दुनियाभर की अर्थव्यवस्था कई मायनों में बड़े स्तर पर बैंकों पर निर्भर करती है. अगर किसी देश के बैंक दुरुस्त हैं तो संभवत: वहां की इकोनॉमी भी मजबूत होगी. भारत के पास भी कई बड़े बैंक है जो देश की इकोनॉमी को मजबूती दिए हुए हैं. इसी तरह दुनिया में और भी कई बड़े बैंक हैं जो अपने-अपने देश के लिए राष्ट्रीय महत्व रखते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा बैंक कौन सा है जिससे ज्यादा एसेट किसी और एक बैंक के पास नहीं है. यह यूएस या यूरोप में किसी देश का बैंक नहीं है. यह एशिया के एक देश का बैंक है.
आप अब तक समझ ही गए होंगे कि हम किस देश की बात कर रहे हैं. जी हां, चीन के पास दुनिया के सबसे ज्यादा एसेट वाला बैंक है. इस बैंक का नाम इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चीन (ICBC) हैं. सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी के अनुसार, इस बैंक के पास 5.7 ट्रिलियन डॉलर की एसेट मौजूद है. यह कितनी बड़ी रकम है इसका अनुमान आप इस बात से लगा सकते हैं कि भारत की कुल जीडीपी भी अभी 5 ट्रिलियन डॉलर नहीं है.
5 में से 4 चीनी बैंक
आपको जानकर हैरानी होगी कि एसेट्स के मामले में शीर्ष 5 में से 4 बैंक चीन के हैं. दूसरे स्थान पर चाइना कंस्ट्रक्शन बैंक कॉर्प है जिसके पास 5 ट्रिलियन डॉलर की एसेट है. तीसरे स्थान पर एग्रीकल्चर बैंक ऑफ चाइन है जिसके पास 4.9 ट्रिलियन डॉलर की एसेट है. चौथ स्थान पर बैंक ऑफ चाइना है. इसके पास 4.2 ट्रिलियन डॉलर की संपत्ति है. पांचवे स्थान पर अमेरिका का जेपी मॉर्गन चेज बैंक है. इस बैंक के पास 3.7 ट्रिलियन डॉलर की एसेट है. गौरतलब है कि हम अभी एसेट के आधार पर बड़े बैंक की बात कर रहे हैं. अगर आप मार्केट कैप के आधार पर दुनिया का सबसे बड़ा बैंके देखेंगे तो यह अमेरिका का जेपी मॉर्गन चेज़ ही है.
बैंक क्यों हैं किसी देश के लिए जरूरी?
बैंकिंग सेक्टर किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा महत्व रखते हैं. यह प्राथमिक कर्जदाता होने के लोगों को लोन देते हैं. इस लोन के जरिए नए बिजनेस शुरू होते हैं, लोग घर खरीदते हैं, कार खरीदते हैं. साथ ही लोन के जरिए कई तरह के और काम किये जाते हैं जिसकी वजह से अर्थव्यवस्था का विस्तार होता है. पैसों का लेनदेन भी बैंकों के जरिए संभव होता है. किसी देश की करेंसी भी केंद्रीय बैंक द्वारा जारी की जाती है ताकि लोग ऑफलाइन ट्रांजेक्शन भी कर सकें. देश में नीतिगत दरों को भी बैंक द्वारा ही तय किया जाता है. भारत में महंगाई पर काबू रखने का काम भी केंद्रीय बैंक के पास ही है.
FIRST PUBLISHED :
April 25, 2024, 12:52 IST